अम्ल किसे कहते हैं ?
अम्ल वे पदार्थ होते हैं जो पानी में घुलने पर स्वाद में खट्टे तथा नीले लिटमस को लाल कर देता है। अधिकांश धातुओं पर अभिक्रिया करके हाइड्रोजन गैस उत्पन्न करते हैं और क्षारक को उदासीन करते हैं। अम्ल कहलाता है। इसका pH मान 7.0 से कम होता है। तथा जिस पदार्थ या यौगिक में अम्ल के गुण पाए जाते हैं, वे अम्लीय पदार्थ कहलाते हैं।
आधुनिक परिभाषा के अनुसार - अम्ल वह रासायनिक यौगिक है जो प्रतिकारक योगिक को हाइड्रोजन आयन प्रदान करता है जैसे - एसिटिक अम्ल और सल्फ्यूरिक अम्ल । अम्ल, ठोस ,द्रव या गैस किसी भी भौतिक अवस्था में पाए जा सकते हैं। वह शुद्ध रूप में या घोल रूप में रह सकते हैं।
अम्ल के प्रकार - अम्ल के प्रकार निम्नलिखित हैं।
1. प्रबल अम्ल 2. दुर्बल अम्ल 3. हाइड्रो अम्ल 4. ऑक्सी अम्ल।
1. प्रबल अम्ल - प्रबल अम्ल वे अम्ल होते हैं जो जलीय विलियन में पूर्ण रूप में आयनित होते हैं। प्रबल अम्ल कहते हैं
जैसे - हाइड्रोक्लोरिक अम्ल
2. दुर्बल अम्ल - दुर्बल अम्ल वे अम्ल होते हैं जो जलीय विलयन में आंशिक रूप से आने होते हैं। दुर्बल अम्ल कहलाते हैं ।
जैसे - एसिटिक अम्ल ,फार्मिक अम्ल , कार्बोनिक अम्ल आदि।
3. हाइड्रो अम्ल- यह उस प्रकार के अमल होते हैं जिनमें ऑक्सीजन नहीं होती परंतु इसके अलावा हाइड्रोजन के साथ- साथ अन्य अधत्विक तत्व होते हैं।
जैसे - हाइड्रोक्लोरिक अम्ल ,हाइड्रोक्लोरिक अम्ल ,हाइड्रोब्रॉमिक आदि।
4. ऑक्सी अम्ल- इस प्रकार के अम्ल जल में हाइड्रोजन और ऑक्सीजन के साथ-साथ कोई अन्य तत्व भी उपस्थित होते हैं, ऑक्सी अम्ल कहलाते हैं।
जैसे - फास्फोरस क्लोरसअम्ल ,नाइट्रिक अम्ल , सल्फ्यूरिक अम्ल
अम्ल के उदाहरण - Example of Acid
अम्ल के प्रमुख उदहारण सूत्र के साथ नीचे दिये गये हैं -
अम्ल Acid Formula एल्यूमिनियम क्लोराइड Aluminum Chloride AlCl₃ कार्बोनिक अम्ल Carbonic Acid H₂CO₃ सल्फ़्यूरिक अम्ल Sulfuric Acid H₂SO₄ नाइट्रिक अम्ल Nitric Acid HNO₃ फास्फ़ोरिक अम्ल Phosphoric Acid H₃PO₄ ऑक्सेलिक अम्ल Oxalic Acid C₂H₂O₄ एसिटिक अम्ल Acetic Acid CH₃COOH हाइड्रोक्लोरिक अम्ल Hydrochloric Acid HCl सिट्रिक अम्ल Citric Acid C₆H₈O₇ लैक्टिक अम्ल Lactic Acid C₃H₆O₃ हाइड्रोफ्लोरिक अम्ल Hydrofluoric Acid HF नित्रोसिलिक अम्ल Silicic Acid H₂SiO₃ कार्बोक्सीलिक अम्ल Carboxylic Acid RCOOH मलेक्सिक अम्ल Maleic Acid C₄H₄O₅ फोर्मिक अम्ल Formic Acid HCOOH टार्टरिक अम्ल Tartaric Acid C₄H₆O₆ बोरिक अम्ल Boric Acid H₃BO₃ हाइपोक्लोरस अम्ल Hypochlorous Acid HClO फोस्फोनिक अम्ल Phosphonic Acid H₃PO₃ फ्लोरिक अम्ल Fluoric Acid H₃FO₄ मलेयिक अम्ल Malic Acid C₄H₄O₄ ओक्सालिक अम्ल Oxalic Acid H₂C₂O₄ कार्बोलिक अम्ल Carbolic Acid C₆H₆O₃ सिलिकोनिक अम्ल Silicic Acid H₄SiO₄ मालिक अम्ल Maleic Acid C₄H₈O₄ सुल्फ़ुरोस अम्ल Sulfurous Acid H₂SO₃ इतारिक अम्ल Itaric Acid H₂C₂O₄ हाइड्रोइडिक अम्ल Hydroiodic Acid HI स्यालिसिलिक अम्ल Silicic Acid H₃SiO₄ निट्राइक अम्ल Nitrous Acid H₂N₂O₂ प्रजननात्मक अम्ल Phosphorous Acid H₃PO₃ मालोनिक अम्ल Malonic Acid C₃H₄O₄ उब्जीरी अम्ल Tannic Acid H₃C₆H₅O₇ कोएंजीक अम्ल Koanjic Acid H₃C₄H₄O₆ अद्रार्जिक अम्ल Pyrophosphoric Acid H₄P₂O₇ ग्लूकोनिक अम्ल Gluconic Acid C₆H₁₁O₇ मलिक अम्ल Malic Acid C₄H₆O₄ सिंडरमिक अम्ल Citramalic Acid C₁₂H₂₂O₁₁ अद्रार्जिक अम्ल Metaphosphoric Acid H₃P₃O₉ सैलिसाइलिक अम्ल Salicylic Acid C₇H₆O₃ मिलिक अम्ल Malic Acid C₄H₆O₅ सब्सलिलिक अम्ल Subsalicylic Acid C₇H₆O₃
अम्ल | Acid | Formula |
एल्यूमिनियम क्लोराइड | Aluminum Chloride | AlCl₃ |
कार्बोनिक अम्ल | Carbonic Acid | H₂CO₃ |
सल्फ़्यूरिक अम्ल | Sulfuric Acid | H₂SO₄ |
नाइट्रिक अम्ल | Nitric Acid | HNO₃ |
फास्फ़ोरिक अम्ल | Phosphoric Acid | H₃PO₄ |
ऑक्सेलिक अम्ल | Oxalic Acid | C₂H₂O₄ |
एसिटिक अम्ल | Acetic Acid | CH₃COOH |
हाइड्रोक्लोरिक अम्ल | Hydrochloric Acid | HCl |
सिट्रिक अम्ल | Citric Acid | C₆H₈O₇ |
लैक्टिक अम्ल | Lactic Acid | C₃H₆O₃ |
हाइड्रोफ्लोरिक अम्ल | Hydrofluoric Acid | HF |
नित्रोसिलिक अम्ल | Silicic Acid | H₂SiO₃ |
कार्बोक्सीलिक अम्ल | Carboxylic Acid | RCOOH |
मलेक्सिक अम्ल | Maleic Acid | C₄H₄O₅ |
फोर्मिक अम्ल | Formic Acid | HCOOH |
टार्टरिक अम्ल | Tartaric Acid | C₄H₆O₆ |
बोरिक अम्ल | Boric Acid | H₃BO₃ |
हाइपोक्लोरस अम्ल | Hypochlorous Acid | HClO |
फोस्फोनिक अम्ल | Phosphonic Acid | H₃PO₃ |
फ्लोरिक अम्ल | Fluoric Acid | H₃FO₄ |
मलेयिक अम्ल | Malic Acid | C₄H₄O₄ |
ओक्सालिक अम्ल | Oxalic Acid | H₂C₂O₄ |
कार्बोलिक अम्ल | Carbolic Acid | C₆H₆O₃ |
सिलिकोनिक अम्ल | Silicic Acid | H₄SiO₄ |
मालिक अम्ल | Maleic Acid | C₄H₈O₄ |
सुल्फ़ुरोस अम्ल | Sulfurous Acid | H₂SO₃ |
इतारिक अम्ल | Itaric Acid | H₂C₂O₄ |
हाइड्रोइडिक अम्ल | Hydroiodic Acid | HI |
स्यालिसिलिक अम्ल | Silicic Acid | H₃SiO₄ |
निट्राइक अम्ल | Nitrous Acid | H₂N₂O₂ |
प्रजननात्मक अम्ल | Phosphorous Acid | H₃PO₃ |
मालोनिक अम्ल | Malonic Acid | C₃H₄O₄ |
उब्जीरी अम्ल | Tannic Acid | H₃C₆H₅O₇ |
कोएंजीक अम्ल | Koanjic Acid | H₃C₄H₄O₆ |
अद्रार्जिक अम्ल | Pyrophosphoric Acid | H₄P₂O₇ |
ग्लूकोनिक अम्ल | Gluconic Acid | C₆H₁₁O₇ |
मलिक अम्ल | Malic Acid | C₄H₆O₄ |
सिंडरमिक अम्ल | Citramalic Acid | C₁₂H₂₂O₁₁ |
अद्रार्जिक अम्ल | Metaphosphoric Acid | H₃P₃O₉ |
सैलिसाइलिक अम्ल | Salicylic Acid | C₇H₆O₃ |
मिलिक अम्ल | Malic Acid | C₄H₆O₅ |
सब्सलिलिक अम्ल | Subsalicylic Acid | C₇H₆O₃ |
अम्ल के उपयोग - Uses of Acid
क्या आप दैनिक जीवन में अम्ल के कुछ उपयोगों के बारे में जानना चाहते हैं? अम्ल के प्रमुख उपयोग इस प्रकार हैं
क्या आप दैनिक जीवन में अम्ल के कुछ उपयोगों के बारे में जानना चाहते हैं? अम्ल के प्रमुख उपयोग इस प्रकार हैं
• कार्बनिक अम्ल या सिट्रिक अम्ल प्रमुख उपयोग -
- खाद्य पदार्थ के संरक्षण में
- स्वादी कारक के रूप में
- जल को मृदु करने में
- यह पर्यावरण को बिना नुकसान पहुंचाए सफाई का काम करने के लिए उपयुक्त है
• एस्कॉरबिक अम्ल प्रमुख उपयोग -
- स्कर्वी रोग का अस्थि मज्जा के उपचार में
- कृषि एवम पशु चारा मे
- खाद्य एवम् पेय पदार्थ मे
- खाद्य पदार्थ के संरक्षण में
- स्वादी कारक के रूप में
- जल को मृदु करने में
- यह पर्यावरण को बिना नुकसान पहुंचाए सफाई का काम करने के लिए उपयुक्त है
• एस्कॉरबिक अम्ल प्रमुख उपयोग -
- स्कर्वी रोग का अस्थि मज्जा के उपचार में
- कृषि एवम पशु चारा मे
- खाद्य एवम् पेय पदार्थ मे
• एसिटिक अम्ल प्रमुख उपयोग -
- अचार को खट्टा बनाने में मिलाया जाता है
- प्लास्टिक , डाई, कीटनाशक, फोटोग्राफिक रसायन के निर्माण में किया जाता है
- एसिटिक एसिड क्षार और कार्बोनेट्स के साथ प्रतिक्रिया करके एसीटेट लवण बनाता है
- अचार को खट्टा बनाने में मिलाया जाता है
- प्लास्टिक , डाई, कीटनाशक, फोटोग्राफिक रसायन के निर्माण में किया जाता है
- एसिटिक एसिड क्षार और कार्बोनेट्स के साथ प्रतिक्रिया करके एसीटेट लवण बनाता है
• टार्टरिक अम्ल अम्ल प्रमुख उपयोग-
- बेकिंग पाउडर के घटक के रूप में।
- बेकिंग पाउडर सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट तथा टारटरिक अम्ल का मिश्रण होता है।
- यह अम्ल खाद्य पदार्थों में प्रति ऑक्सीकारक के रूप में तथा अपना विशिष्ट खट्टा स्वाद के लिए मिलाया जाता है।
- टाटा अम्ल का उपयोग अक्सर अंगूर और चने के स्वाद वाले पेय , जिलेटिन डिसर्ट और जैम, जैली,कठोर खट्टा पदार्थ के रूप में दिया जाता है।
- बेकिंग पाउडर के घटक के रूप में।
- बेकिंग पाउडर सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट तथा टारटरिक अम्ल का मिश्रण होता है।
- यह अम्ल खाद्य पदार्थों में प्रति ऑक्सीकारक के रूप में तथा अपना विशिष्ट खट्टा स्वाद के लिए मिलाया जाता है।
- टाटा अम्ल का उपयोग अक्सर अंगूर और चने के स्वाद वाले पेय , जिलेटिन डिसर्ट और जैम, जैली,कठोर खट्टा पदार्थ के रूप में दिया जाता है।
• अकार्बनिकअम्ल हाइड्रोक्लोरिक अम्ल प्रमुख उपयोग -
- जठर रस में इसकी उपस्थिति भोजन के पचने में सहायक होता है जो हम खाते हैं।
- बाथरूम क्लीनर के रूप में।
- पॉली विनाइल क्लोराइड के निर्माण में।
- जठर रस में इसकी उपस्थिति भोजन के पचने में सहायक होता है जो हम खाते हैं।
- बाथरूम क्लीनर के रूप में।
- पॉली विनाइल क्लोराइड के निर्माण में।
• नाइट्रिक अम्ल अम्ल प्रमुख उपयोग -
- वर्षा के जल में उपस्थित नाइट्रिक अम्ल मिट्टी के रूप में नाइट्रेट बनाता है जो बाद में नाइट्रोजन प्राप्त करने के लिए पौधों द्वारा प्रयुक्त की जाती है।
- अमोनियम नाइट्रेट के समान उर्वरक के निर्माण में।
- वर्षा के जल में उपस्थित नाइट्रिक अम्ल मिट्टी के रूप में नाइट्रेट बनाता है जो बाद में नाइट्रोजन प्राप्त करने के लिए पौधों द्वारा प्रयुक्त की जाती है।
- अमोनियम नाइट्रेट के समान उर्वरक के निर्माण में।
• सल्फ्यूरिक अम्ल प्रमुख उपयोग -
- 1. उर्वरक ,पेंट , वर्णक, अपमार्जक तथा कृत्रिम रेशे के निर्माण में ।
- 2. संचायक बैटरीओ में ।
- 3. हाइड्रोक्लोरिक अम्ल तथा एलम फिटकरी के निर्माण में।
- 1. उर्वरक ,पेंट , वर्णक, अपमार्जक तथा कृत्रिम रेशे के निर्माण में ।
- 2. संचायक बैटरीओ में ।
- 3. हाइड्रोक्लोरिक अम्ल तथा एलम फिटकरी के निर्माण में।
अम्ल के प्रमुख स्रोत- Sources of Acid
अम्ल के नाम अम्ल के स्रोत 1. नाइट्रिक अम्ल फिटकिरी एवं सोरा में पाया जाता है। 2. साइट्रिक अम्ल खट्टे फल एवं नींबू में पाया जाता है। 3. एसिटिक अम्ल फल के रस एवं सुगंधित तेलों में पाया जाता है। 4. फार्मिक अम्ल लाल चीटियों में और बिच्छू में पाया जाता है। 5. बेंजोइक अम्ल घास पत्ते एवं मूत्र में पाया जाता है। 6. टार्टरिक अम्ल इमली, अंगूर में पाया जाता है। 7. मलिक अम्ल कच्चे सेव फल में पाया जाता है। 8. ऑक्जेलिक अम्ल सारेल के वृक्ष में पाया जाता है। 9. सल्फ्यूरिक अम्ल हरा कशिश में पाया जाता है। 10. लैक्टिक अम्ल दूध में पाया जाता है। 11. अमीनो अम्ल प्रोटीन में पाया जाता है। 12. हाइड्रोक्लोरिक अम्ल पाचक रस में पाया जाता है। 13. यूरिक अम्ल मूत्र में पाया जाता है। 14. टैनिक अम्ल चाय में पाया जाता है।
अम्ल के नाम | अम्ल के स्रोत |
1. नाइट्रिक अम्ल | फिटकिरी एवं सोरा में पाया जाता है। |
2. साइट्रिक अम्ल | खट्टे फल एवं नींबू में पाया जाता है। |
3. एसिटिक अम्ल | फल के रस एवं सुगंधित तेलों में पाया जाता है। |
4. फार्मिक अम्ल | लाल चीटियों में और बिच्छू में पाया जाता है। |
5. बेंजोइक अम्ल | घास पत्ते एवं मूत्र में पाया जाता है। |
6. टार्टरिक अम्ल | इमली, अंगूर में पाया जाता है। |
7. मलिक अम्ल | कच्चे सेव फल में पाया जाता है। |
8. ऑक्जेलिक अम्ल | सारेल के वृक्ष में पाया जाता है। |
9. सल्फ्यूरिक अम्ल | हरा कशिश में पाया जाता है। |
10. लैक्टिक अम्ल | दूध में पाया जाता है। |
11. अमीनो अम्ल | प्रोटीन में पाया जाता है। |
12. हाइड्रोक्लोरिक अम्ल | पाचक रस में पाया जाता है। |
13. यूरिक अम्ल | मूत्र में पाया जाता है। |
14. टैनिक अम्ल | चाय में पाया जाता है। |
अम्लीय वर्षा किसे कहते हैं ?
वर्षा के जल का अम्लीय वर्षा वर्षा के जल का पीएच मान जब 5.6 से कम हो जाता है तो वह वर्षा अमली वर्षा कहलाती है अमली वर्षा का जल जब नदी में प्रवाहित होता है तो नदी के जल का पीएच मान कम हो जाता है, जिससे नदी में रह रहे सभी जीवो का रह पाना असंभव हो जाता है।
अम्लीय वर्षा प्राकृतिक रूप से होती है इसका कारण यह है कि पृथ्वी पर मोटर वाहनों के धूओ एवं कारखानों की चिमनीओ के धूओं में सल्फर डाइऑक्साइड ,नाइट्रोजन ऑक्साइड एवं कार्बन डाइऑक्साइड गैसे होती हैं। यह सभी गैसे वायुमंडल में ऊपर उड़ती हैं एवं वर्षा के समय वर्षा के जल से अभिक्रिया करके अम्ल बनाती हैं यह अम्ल वर्षा जल के साथ भूमि पर आता है तो इसे ही अमलीय वर्षा कहा जाता है।
वर्षा के जल का अम्लीय वर्षा वर्षा के जल का पीएच मान जब 5.6 से कम हो जाता है तो वह वर्षा अमली वर्षा कहलाती है अमली वर्षा का जल जब नदी में प्रवाहित होता है तो नदी के जल का पीएच मान कम हो जाता है, जिससे नदी में रह रहे सभी जीवो का रह पाना असंभव हो जाता है।
अम्लीय वर्षा प्राकृतिक रूप से होती है इसका कारण यह है कि पृथ्वी पर मोटर वाहनों के धूओ एवं कारखानों की चिमनीओ के धूओं में सल्फर डाइऑक्साइड ,नाइट्रोजन ऑक्साइड एवं कार्बन डाइऑक्साइड गैसे होती हैं। यह सभी गैसे वायुमंडल में ऊपर उड़ती हैं एवं वर्षा के समय वर्षा के जल से अभिक्रिया करके अम्ल बनाती हैं यह अम्ल वर्षा जल के साथ भूमि पर आता है तो इसे ही अमलीय वर्षा कहा जाता है।
अम्लीय वर्षा का सूत्र लिखिए।
अम्लीय वर्षा या अम्ल वर्षा में नाइट्रिक अम्ल HNO3 व सल्फ्यूरिक अम्ल H2 SO4 उपस्थित होते हैं इस प्रकार हम कह सकते हैं कि -अम्लीय वर्षा का सूत्र HNO3 होता है।
अम्लीय वर्षा या अम्ल वर्षा में नाइट्रिक अम्ल HNO3 व सल्फ्यूरिक अम्ल H2 SO4 उपस्थित होते हैं इस प्रकार हम कह सकते हैं कि -अम्लीय वर्षा का सूत्र HNO3 होता है।
अम्लीय वर्षा से बचने के उपाय लिखिए।
अम्लीय वर्षा से बचने के लिए जीवाश्म ईंधन के बजाय नवीनीकरण ऊर्जा के उत्पादन और उपयोग को प्रोत्साहित करें। कारखानों और कंपनियों की उर्जा खपत को कम करें ऊर्जा खपत को अनुकूलित करने और नवीनीकरण ऊर्जा विकसित करने के उद्देश्य नवाचार और नई तकनीकों को बढ़ावा देना प्रदूषित हवा को रोकने के लिए अधिक से अधिक पेड़ - पौधे लगाएं।
हम निम्नलिखित तरीके से अम्ल वर्षा को रोक सकते हैं।
- एसिड रेन को नियंत्रित करने में मदद के लिए हम जो पहला नकदम उठा सकते हैं वह समस्या और उसके समाधान को समझना।
- ऊर्जा उत्पादन से बड़ी मात्रा में प्रदूषण पैदा होता है जो अमली वर्षा का प्रमुख कारण बनता है एक महत्वपूर्ण कदम जो आप उठा सकते हैं वह ऊर्जा संरक्षण।
- अम्लीय वर्षा को कम करने का एक शानदार तरीका है जीवाश्म ईंधन का उपयोग किए बिना ऊर्जा का उत्पादन करना इसके बजाय आप सौर और पवन ऊर्जा जैसे नवीनीकरण ऊर्जा का उपयोग कर सकते हैं नवीकरणीय ऊर्जा अमली वर्षा को कम करने में मदद करते हैं क्योंकि यह बहुत कम प्रदूषण पैदा करते हैं।
- जब आप बिजली उपयोग नहीं कर रहे हैं तो लाइट कंप्यूटर टीवी वीडियो गेम और अन्य बिजली के डिवाइस को बंद कर दें।
- ड्राइविंग कार और ट्रक भी बड़ी मात्रा में नाइट्रोजन ऑक्साइड पैदा करते हैं जो एसिड रेन का कारण बनते हैं कारों से होने वाले वायु प्रदूषण को कम करने में मदद के लिए आप पब्लिक ट्रांसपोर्ट जैसे बस और ट्रेन से यात्रा कर सकते हैं।
अम्लीय वर्षा से बचने के लिए जीवाश्म ईंधन के बजाय नवीनीकरण ऊर्जा के उत्पादन और उपयोग को प्रोत्साहित करें। कारखानों और कंपनियों की उर्जा खपत को कम करें ऊर्जा खपत को अनुकूलित करने और नवीनीकरण ऊर्जा विकसित करने के उद्देश्य नवाचार और नई तकनीकों को बढ़ावा देना प्रदूषित हवा को रोकने के लिए अधिक से अधिक पेड़ - पौधे लगाएं।
हम निम्नलिखित तरीके से अम्ल वर्षा को रोक सकते हैं।
- एसिड रेन को नियंत्रित करने में मदद के लिए हम जो पहला नकदम उठा सकते हैं वह समस्या और उसके समाधान को समझना।
- ऊर्जा उत्पादन से बड़ी मात्रा में प्रदूषण पैदा होता है जो अमली वर्षा का प्रमुख कारण बनता है एक महत्वपूर्ण कदम जो आप उठा सकते हैं वह ऊर्जा संरक्षण।
- अम्लीय वर्षा को कम करने का एक शानदार तरीका है जीवाश्म ईंधन का उपयोग किए बिना ऊर्जा का उत्पादन करना इसके बजाय आप सौर और पवन ऊर्जा जैसे नवीनीकरण ऊर्जा का उपयोग कर सकते हैं नवीकरणीय ऊर्जा अमली वर्षा को कम करने में मदद करते हैं क्योंकि यह बहुत कम प्रदूषण पैदा करते हैं।
- जब आप बिजली उपयोग नहीं कर रहे हैं तो लाइट कंप्यूटर टीवी वीडियो गेम और अन्य बिजली के डिवाइस को बंद कर दें।
- ड्राइविंग कार और ट्रक भी बड़ी मात्रा में नाइट्रोजन ऑक्साइड पैदा करते हैं जो एसिड रेन का कारण बनते हैं कारों से होने वाले वायु प्रदूषण को कम करने में मदद के लिए आप पब्लिक ट्रांसपोर्ट जैसे बस और ट्रेन से यात्रा कर सकते हैं।
अम्ल और क्षार में अंतर लिखिए।
अम्ल के नाम अम्ल के स्रोत अम्ल (Acid) क्षार (Base) 1. अम्ल का स्वाद खट्टा होता है। 1. क्षार का स्वाद थोड़ा कसैला होता है। 2. अम्ल का pH मान 7 से कम होता है। 2. क्षार का पीएच मान 7 से अधिक होता है। 3. अम्ल नीले लिटमस पेपर को लाल कर देता है। 3. क्षार लाल लिटमस पेपर को नीला कर देता है। 4. अम्ल जलीय विलयन में घुलने के पश्चात हाइड्रोजन आयन देते हैं। 4. क्षार जलीय विलियन में घुलने के पश्चात हाइड्रोक्साइड आयन देते हैं। 5. अम्ल क्षार को उदासीन कर लवण एवं पानी बनाते हैं। 5. क्षार अम्ल को उदासीन करके लवण एवं जल बनाते हैं। 6. अम्ल कार्बोनेटो से क्रिया करके कार्बन डाइऑक्साइड गैस देते हैं। 6. क्षार कार्बोनेटो से क्रिया करके कार्बन डाइऑक्साइड नहीं देते हैं। 7. अम्ल विद्युत के सुचालक होते हैं। 7. क्षार विद्युत का सुचालक होता है। 8. अम्ल की प्राकृतिक संक्षारक होती है। 8. अम्ल से क्रिया करने पर क्षार के सभी गुण समाप्त हो जाते हैं।
अम्ल के नाम | अम्ल के स्रोत |
अम्ल (Acid) | क्षार (Base) |
1. अम्ल का स्वाद खट्टा होता है। | 1. क्षार का स्वाद थोड़ा कसैला होता है। |
2. अम्ल का pH मान 7 से कम होता है। | 2. क्षार का पीएच मान 7 से अधिक होता है। |
3. अम्ल नीले लिटमस पेपर को लाल कर देता है। | 3. क्षार लाल लिटमस पेपर को नीला कर देता है। |
4. अम्ल जलीय विलयन में घुलने के पश्चात हाइड्रोजन आयन देते हैं। | 4. क्षार जलीय विलियन में घुलने के पश्चात हाइड्रोक्साइड आयन देते हैं। |
5. अम्ल क्षार को उदासीन कर लवण एवं पानी बनाते हैं। | 5. क्षार अम्ल को उदासीन करके लवण एवं जल बनाते हैं। |
6. अम्ल कार्बोनेटो से क्रिया करके कार्बन डाइऑक्साइड गैस देते हैं। | 6. क्षार कार्बोनेटो से क्रिया करके कार्बन डाइऑक्साइड नहीं देते हैं। |
7. अम्ल विद्युत के सुचालक होते हैं। | 7. क्षार विद्युत का सुचालक होता है। |
8. अम्ल की प्राकृतिक संक्षारक होती है। | 8. अम्ल से क्रिया करने पर क्षार के सभी गुण समाप्त हो जाते हैं। |
दैनिक जीवन में अम्ल के महत्व - हमारे शरीर में अम्ल का महत्व
PH स्केल मानव शरीर में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। मानव शरीर के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग PH होता है। मुंह में थोड़ा क्षारीय PH होता है,जबकि पेट में बहुत अम्लीय PH होता है।
त्वचा में थोड़ा अम्लीय PH होता है, और योनि में PH फिर से बहुत अम्लीय होता है। ऐसा क्यों है?
मौखिक गुहा में लार मुंह के PH को क्षारीय बनाती है। क्षारीय PH लार एंजाइमों की क्रिया को सुगम बनाता है। यह दांतों की सड़न को भी रोकता है। हम कुछ भी खाने के बाद अपना मुँह क्यों धोते हैं? भोजन में मौजूद शर्करा अम्ल उत्पन्न करने के लिए किण्वन कर सकती है। यह एसिड दांतों के इनेमल को नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे दांत खराब हो सकते हैं।
पेट का PH 1.3 -2 के बीच होता है। पेट की ग्रंथियां एक हाइड्रोक्लोरिक एसिड का स्राव करती हैं जो पेट के PH को अम्लीय बना देता है। अम्लीय PH दो कार्य करता है- यह किसी भी सूक्ष्मजीवों को मारता है, और यह ट्रिप्सिन जैसे एंजाइमों की क्रिया को सुगम बनाता है।
इसी तरह, त्वचा और योनि का अम्लीय PH जीवाणुओं द्वारा उपनिवेशण को रोकता है, इस प्रकार संक्रमण के खिलाफ एक प्राकृतिक बचाव के रूप में कार्य करता है।
इमली में कौन सा अम्ल पाया जाता है ?
इमली में टार्टरिक अम्ल पाया जाता है। यह एक कार्बनिक अम्ल है जो सफेद क्रिस्टली होता है यह प्राकृतिक रूप से अनेक फलों जैसे केला, अंगूर, चुकंदर मे भी पाया जाता है।
नींबू में कौन सा अम्ल पाया जाता है?
नींबू में साइट्रिक अम्ल पाया जाता है। उसने विटामिन सी पाया जाता है तथा इसमें साइट्रिक अम्ल होता है और इस अम्ल का पीएच मान 3 होता है हमारे शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाता है तथा कोलेस्ट्रॉल को कम करता है ज्यादा नींबू का सेवन शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है।
संतरा मे कौन सा अम्ल पाया जाता है ?
संतरा में सिट्रिक अम्ल पाया जाता है। यह एक दुर्बल कार्बनिक अम्ल है नींबू , संतरे और अनेक खट्टे फलों में साइट्रिक अम्ल और इसके लक्षण पाए जाते हैं।संतरा एक स्वास्थ्यवर्धक फल है इसमें प्रचुर मात्रा में विटामिन सी होता है इसकी खेती के लिए शुष्क तथा उपोष्ण जलवायु उपयुक्त मानी जाती है।
दूध में कौन सा अम्ल पाया जाता है ?
दूध में लैक्टिक अम्ल पाया जाता है। दही में भी लैक्टिक अम्ल पाया जाता है इसका निर्माण दुग्ध उत्पाद है इसके निर्माण में दूध के जीवाणु किण्वन द्वारा होता है लेक्टोज का किण्वन लैक्टिक अम्ल बनाता है जो दूध प्रोटीन से प्रतिक्रिया कर इसे दही में बदल देता है साथ ही इसे खास बनावट और विशेष खट्टा स्वाद भी प्रदान करता है
टमाटर में कौन सा अम्ल पाया जाता है ?
टमाटर में साइट्रिक अम्ल तथा ऑक्जेलिक अम्ल भी पाया जाता है। यह विश्व भर में सबसे अधिक उपयोग होने वाली सब्जियों में से एक है टमाटर में 10 से अधिक प्रकार केअम्ल पाए जाते हैं जैसे साइट्रिक, मेलिक अम्ल , एस्कोरबिक अम्ल आदि। इसका पीएच मान 4.0- 4.4 होता है।
सेब में कौन सा अम्ल पाया जाता है ?
सेब में मैलिक अम्ल पाया जाता है। यह एक डाई कार्बोक्सलिक अम्ल है जिसका निर्माण सभी जीव करते हैं। फलों का रुचित खट्टा स्वाद इसी अम्ल के कारण होता है। जो अंगूर, वाइन,और कई खाद्य पदार्थों में पाया जाता है
आंवले में कौन सा अम्ल पाया जाता है ?
आंवले में एस्कोरबिक अम्ल पाया जाता है। आंवले में विटामिन सी पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है यह अम्ल सफेद फल में मुख्य रूप से पाया जाता है और इसका स्वाद खट्टा होता है । इसके अलावा इसमें अन्य विटामिन और मिनरल्स पाए जाते हैं।
पपीते में कौन सा अम्ल पाया जाता है ?
पपीते में फैटी अम्ल तथा ओलाइक अम्ल पाया जाता है। पपीते के बीज के तेल में कुछ मात्रा में लिपिड वाले फाइटोकेमिकल्स तथा जरूरी फैटी अम्ल पाए जाते हैं। पपीते में विटामिन ए ,बी, डी विटामिन और कैल्शियम, लोह, प्रोटीन आदि तत्व पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं जिससे त्वचा रोग दूर होते हैं और जख्म जल्दी ठीक होते हैं।
चींटी के डंक में कौन सा अम्ल पाया जाता है ?
चींटी के डंक में फार्मिक अम्ल पाया जाता है। फार्मिक अम्ल सबसे पावरफुल है यह उनके लिए काफी घातक है जैसे डंक मारने के बाद उनका डंक लुप्त हो जाता है और वह जहर ग्रंथि से बलपूर्वक फार्मिक अम्ल छोड़ते हैं। यह अम्ल मधुमक्खी में भी पाया जाता है।
मनुष्य के शरीर में कौन सा अम्ल पाया जाता है ?
मानव पेट में हाइड्रोक्लोरिक अम्ल पाया जाता है यह हाइड्रोक्लोरिक अम्ल जटिल बड़े भोजन अणु को सरल अणु में तोड़कर पाचन में मदद करता है। अम्ल आवश्यक प्रोटीन को पचाने के लिए पेप्सिनोजेन एंजाइम को सक्रिय बनाए रखता है।
PH स्केल मानव शरीर में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। मानव शरीर के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग PH होता है। मुंह में थोड़ा क्षारीय PH होता है,जबकि पेट में बहुत अम्लीय PH होता है।
त्वचा में थोड़ा अम्लीय PH होता है, और योनि में PH फिर से बहुत अम्लीय होता है। ऐसा क्यों है?
मौखिक गुहा में लार मुंह के PH को क्षारीय बनाती है। क्षारीय PH लार एंजाइमों की क्रिया को सुगम बनाता है। यह दांतों की सड़न को भी रोकता है। हम कुछ भी खाने के बाद अपना मुँह क्यों धोते हैं? भोजन में मौजूद शर्करा अम्ल उत्पन्न करने के लिए किण्वन कर सकती है। यह एसिड दांतों के इनेमल को नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे दांत खराब हो सकते हैं।
पेट का PH 1.3 -2 के बीच होता है। पेट की ग्रंथियां एक हाइड्रोक्लोरिक एसिड का स्राव करती हैं जो पेट के PH को अम्लीय बना देता है। अम्लीय PH दो कार्य करता है- यह किसी भी सूक्ष्मजीवों को मारता है, और यह ट्रिप्सिन जैसे एंजाइमों की क्रिया को सुगम बनाता है।
इसी तरह, त्वचा और योनि का अम्लीय PH जीवाणुओं द्वारा उपनिवेशण को रोकता है, इस प्रकार संक्रमण के खिलाफ एक प्राकृतिक बचाव के रूप में कार्य करता है।
इमली में कौन सा अम्ल पाया जाता है ?
इमली में टार्टरिक अम्ल पाया जाता है। यह एक कार्बनिक अम्ल है जो सफेद क्रिस्टली होता है यह प्राकृतिक रूप से अनेक फलों जैसे केला, अंगूर, चुकंदर मे भी पाया जाता है।
नींबू में कौन सा अम्ल पाया जाता है?
नींबू में साइट्रिक अम्ल पाया जाता है। उसने विटामिन सी पाया जाता है तथा इसमें साइट्रिक अम्ल होता है और इस अम्ल का पीएच मान 3 होता है हमारे शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाता है तथा कोलेस्ट्रॉल को कम करता है ज्यादा नींबू का सेवन शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है।
संतरा मे कौन सा अम्ल पाया जाता है ?
संतरा में सिट्रिक अम्ल पाया जाता है। यह एक दुर्बल कार्बनिक अम्ल है नींबू , संतरे और अनेक खट्टे फलों में साइट्रिक अम्ल और इसके लक्षण पाए जाते हैं।संतरा एक स्वास्थ्यवर्धक फल है इसमें प्रचुर मात्रा में विटामिन सी होता है इसकी खेती के लिए शुष्क तथा उपोष्ण जलवायु उपयुक्त मानी जाती है।
दूध में कौन सा अम्ल पाया जाता है ?
दूध में लैक्टिक अम्ल पाया जाता है। दही में भी लैक्टिक अम्ल पाया जाता है इसका निर्माण दुग्ध उत्पाद है इसके निर्माण में दूध के जीवाणु किण्वन द्वारा होता है लेक्टोज का किण्वन लैक्टिक अम्ल बनाता है जो दूध प्रोटीन से प्रतिक्रिया कर इसे दही में बदल देता है साथ ही इसे खास बनावट और विशेष खट्टा स्वाद भी प्रदान करता है
टमाटर में कौन सा अम्ल पाया जाता है ?
टमाटर में साइट्रिक अम्ल तथा ऑक्जेलिक अम्ल भी पाया जाता है। यह विश्व भर में सबसे अधिक उपयोग होने वाली सब्जियों में से एक है टमाटर में 10 से अधिक प्रकार केअम्ल पाए जाते हैं जैसे साइट्रिक, मेलिक अम्ल , एस्कोरबिक अम्ल आदि। इसका पीएच मान 4.0- 4.4 होता है।
सेब में कौन सा अम्ल पाया जाता है ?
सेब में मैलिक अम्ल पाया जाता है। यह एक डाई कार्बोक्सलिक अम्ल है जिसका निर्माण सभी जीव करते हैं। फलों का रुचित खट्टा स्वाद इसी अम्ल के कारण होता है। जो अंगूर, वाइन,और कई खाद्य पदार्थों में पाया जाता है
आंवले में कौन सा अम्ल पाया जाता है ?
आंवले में एस्कोरबिक अम्ल पाया जाता है। आंवले में विटामिन सी पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है यह अम्ल सफेद फल में मुख्य रूप से पाया जाता है और इसका स्वाद खट्टा होता है । इसके अलावा इसमें अन्य विटामिन और मिनरल्स पाए जाते हैं।
पपीते में कौन सा अम्ल पाया जाता है ?
पपीते में फैटी अम्ल तथा ओलाइक अम्ल पाया जाता है। पपीते के बीज के तेल में कुछ मात्रा में लिपिड वाले फाइटोकेमिकल्स तथा जरूरी फैटी अम्ल पाए जाते हैं। पपीते में विटामिन ए ,बी, डी विटामिन और कैल्शियम, लोह, प्रोटीन आदि तत्व पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं जिससे त्वचा रोग दूर होते हैं और जख्म जल्दी ठीक होते हैं।
चींटी के डंक में कौन सा अम्ल पाया जाता है ?
चींटी के डंक में फार्मिक अम्ल पाया जाता है। फार्मिक अम्ल सबसे पावरफुल है यह उनके लिए काफी घातक है जैसे डंक मारने के बाद उनका डंक लुप्त हो जाता है और वह जहर ग्रंथि से बलपूर्वक फार्मिक अम्ल छोड़ते हैं। यह अम्ल मधुमक्खी में भी पाया जाता है।
मनुष्य के शरीर में कौन सा अम्ल पाया जाता है ?
मानव पेट में हाइड्रोक्लोरिक अम्ल पाया जाता है यह हाइड्रोक्लोरिक अम्ल जटिल बड़े भोजन अणु को सरल अणु में तोड़कर पाचन में मदद करता है। अम्ल आवश्यक प्रोटीन को पचाने के लिए पेप्सिनोजेन एंजाइम को सक्रिय बनाए रखता है।