Child Development And Pedagogy- MCQ Test - 4
Child Development And Pedagogy- बाल विकास तथा शिक्षाशास्त्र पर आधारित यह कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न हैं । Teacher Eligibility Test शिक्षक पात्रता परीक्षा- CTET MPTET UPTET Other TETs के दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण प्रश्नों मे से एक हैं। आप टेस्ट के माध्यम से अपने तैयारी के स्तर को और ज्यादा मजबूत बना सकते हैं .
बाल विकास तथा शिक्षाशास्त्र Child Development And Pedagogy से संबंधित प्रश्न Exam में 30 नंबर के आते हैं। इन् प्रश्नों को जरूर करें लास्ट में Submit करने के बाद अपना Score and Answer key की देखें।
- छात्र के अभिभावक को सूचित करना
- छात्र को दंडित करना
- उसे नज़रअंदाज़ करना
- छात्र के अवांछित व्यवहार के कारणों का पता लगाकर समस्या समाधान करना
व्याख्या- 4- छात्रों के अवांछित व्यवहार में संशोधन हेतु सबसे प्रभावी विधि आवाज़ व्यवहार के कारणों का पता लगाना तथा उपचारों का सुझाव देना।
प्रश्न:-2. ब्रेल लिपि एवं टेप रिकॉर्डर किसके लिए शैक्षिक प्रावधान के रूप में प्रयुक्त किया जा सकते हैं।
- श्रवण बाधित विद्यार्थियों के लिए
- दृष्टिबाधित विद्यार्थियों के लिए
- अस्थि बाधितविद्यार्थियों के लिए
- शारीरिक रूप से विकलांग विद्यार्थियों के लिए
व्याख्या- 2- दृष्टिबाधित विद्यार्थी के लिए ब्रेल लिपि एवं टेप रिकॉर्डर का प्रयोग शैक्षिक गतिविधि में प्रयुक्त किया जा सकता है।
प्रश्न:-3. सी.डब्ल्यू.एस.एन का अर्थ है-
- मजबूत आवश्यकता वाले बच्चे
- विशिष्ट आवश्यकता वाले बच्चे
- एकांगी आवश्यकता वाले बच्चे
- मृदु आवश्यकता वाले बच्चे
व्याख्या-2. सी.डब्ल्यू.एस.एन (Child with Special Needs) का अर्थ है- विशिष्ट आवश्यकता वाले बच्चे।
प्रश्न:- 4. The Behavior of Organism नामक पुस्तक के लेखक कौन हैं?
- पावलव
- स्किनर
- हल
- थार्नडाइक
व्याख्या- 2. The Behavior of Organism नामक पुस्तक के लेखक स्किनर हैं।
प्रश्न:-5. छात्रों में सही व्यवहार के प्रशिक्षण हेतु सर्वाधिक सहायक व महत्वपूर्ण क्या है?
- पुरस्कार
- प्रशंसा
- दंड
- सही व्यवहार का प्रस्तुतीकरण
व्याख्या- 4. यदि शिक्षक द्वारा विद्यार्थियों के समक्ष आदर्श व्यवहार प्रस्तुत किया जाता है, तो बालक भी उचित व्यवहार प्रस्तुत करते हैं।
प्रश्न:- 6. निम्न में कौन सी समावेशी शिक्षा की एक विशेषता नहीं है।
- यह कोई उपार्जित अवस्था या उत्पाद नहीं होता बल्कि समावेशी शिक्षा एक सतत प्रक्रिया है।
- यह केवल विशेष आवश्यकता वाले छात्रों को सीखने में अभिवृद्धि प्रदान करती है
- यह दिव्यांग बालकों की देखभाल से उनकी शिक्षा और सही व्यक्तिगत विकास की ओर सेवा में बदलाव है
- सभी बालकों की क्षमताओं को अधिकतम स्तर तक बढ़ाना चाहती है।
व्याख्या- 2. समावेशी शिक्षा विभिन्न अक्षमता वाले बच्चों को नियमित कक्षाओं में अन्य बिना किसी अक्षमता वाले बच्चों के साथ शामिल करने से संबंधित है।
प्रश्न:- 7. हम करके सीखते हैं उपयुक्त कथन किसका है?
- डॉ. मेस
- योकम
- सिम्पसन
- कालसेनिक
व्याख्या- 1."हम करके सीखते हैं "यह कथन- डॉ. मेस का है।
प्रश्न:- 8. निम्नलिखित मे से शिक्षण विधि का चयन करते समय में से किसको ध्यान नहीं रखने की आवश्यकता है।
- विद्यार्थियों का मानसिक स्तर
- व्यक्तिगत भेद
- अभिभावक की पृष्ठभूमि
- विषय की विशिष्ट प्रकृति
व्याख्या-3. शिक्षण विधि का चयन करते समय अभिवावक की पृष्ठभूमि का कोई संबंध नहीं होता है।
प्रश्न:- 9. निम्न में से कौन-सी बाल्यावस्था की एक प्रमुख विशेषता अंतर्गत नहीं हो सकता है।
- अभिवृद्धि में स्थिरता
- सामूहिकता कि प्रबलता
- जिज्ञासा की कमी
- समूह एवं खेलों में सहभागिता
व्याख्या- बाल्यावस्था की प्रमुख विशेषताएं-
- सामूहिक प्रवृत्ति की प्रबलता
- संग्रह प्रवृत्ति
- रचनात्मक कार्यों में रुचि
- आत्मनिर्भरता की भावना
- शारीरिक तथा मानसिक विकास में स्थिरता
- जिज्ञासा की प्रबलता
प्रश्न:- 10. निम्न में से कौन सा वृद्धि व विकास का प्रथम चरण माना जाता है?
- नैतिक विकास
- सामाजिक विकास
- शारीरिक विकास
- मानसिक विकास
व्याख्या-3.1- वृद्धि और विकास के चरण-
- शारीरिक विकास
- मानसिक विकास
- संवेगात्मक विकास
- नैतिक विकास
- सामाजिक विकास
प्रश्न:- 11. सीखना एक तरह के व्यवहार का-
- समायोजन है
- संशोधन है
- बचाव है
- विस्तार है
व्याख्या-2- सीखना एक तरह के व्यवहार का संशोधन है।गिलफोर्ड के अनुसार- "व्यवहार के कारण व्यवहार में आया कोई परिवर्तन ही अधिगम है।"
प्रश्न:- 12. स्किनर बॉक्स का प्रयोग किया जाता है?
- चालक अधिगम
- शाब्दिक अधिगम
- प्रसूत अधिगम
- आकस्मिक अधिगम
व्याख्या- स्किनर बॉक्स का प्रयोग प्रसूत अधिगम के लिए किया जाता है।
प्रश्न:- 13. अनुवांशिकता व पर्यावरण की भूमिका के दृष्टिकोण से निम्नलिखित कथन सत्य है।
- विकास के कुछ पहलू पर्यावरण से अनुवांशिकता और कुछ अनुवांशिकता से अधिक प्रभावित होते हैं।
- किसी बालक का सीखने और प्रदर्शन की क्षमता जीनों द्वारा पूरी तरह से निर्भर है।
- अच्छी देखभाल और पौष्टिक आहार बच्चों के किसी भी जन्मजात विकास को दूर कर सकते हैं।
- पर्यावरण केवल बच्चों के भाषा विकास के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
व्याख्या-1- अनुवांशिकता से हमें क्षमताएं प्रधान होते हैं तो पर्यावरण क्षमताओं को विकसित करने में मदद करता है
अतः विकास के पहलू में "वुडवर्थ के अनुसार विकास- वंशानुक्रम एवं वातावरण का गुणनफल होता है।"
प्रश्न:- 14. उपरोक्त में से कौन सा प्रश्न किसी बालक को गंभीर रूप से सोचने या चिंतन के लिए प्रेरित करता है।
- क्या आप इसका उत्तर जानते हैं?
- सही जवाब क्या है?
- इसी तरह की स्थिति के बारे में क्याआप सोच सकते हैं?
- विभिन्न तरीकों से हम कैसे हल कर सकते हैं?
व्याख्या-4- विभिन्न तरीके से हल करने के लिए अपसारी चिंतन आवश्यक होता है और अपसारी चिंतन में किसी भी समस्या पर भी तरीके से विचार किया जा सकता है और यह बालक को गंभीर रूप से सोचने के लिए आमंत्रित करता है।
प्रश्न:- 15. निकटवर्ती विकास का क्षेत्र संदर्भित है-
- उस चरण को जब विकास संभव हो
- विकासात्मक चरण से जब बच्चा सीखने के लिए पूरी तरह जिम्मेदारी लेता है
- जिसमें जब बच्चे को सहयोग प्राप्त हो तब सही स्तर के साथ कोई कार्य स्वयं कर सकते हैं
- सीखने के उस बिंदु को जब बालक नहीं सीखना चाहे तब सहयोग वापस लिया जाता है।
व्याख्या-3. जब बच्चे को कुछ सहयोग प्रदान किया जाता है तब बालक में एक भावना जागृत होती है और वह कोई भी कार्य स्वयं को करने के लिए प्रेरित होता है ।जो निकटवर्ती विकास के क्षेत्र से ही संबंधित है।
प्रश्न:- 16. उभयलिंगी व्यक्तित्व-
- यह समाज के द्वारा अपनए गए रूढ़िवादी लिंग भूमिकाओं का पालन करता है।
- उभयलिंगी व्यक्तित्व आमतौर पर पुरुष और स्त्री गुणों का समायोजन होता है।
- उभयलिंगी व्यक्तित्व में घमंडी और अहंकारी होने को प्रदर्शित करता है।
- उभयलिंगी व्यक्तित्व स्त्री गुणों का समायोजन है
व्याख्या- 1-उभयलिंगी व्यक्तित्व समाज में रूढ़िवादी लिंग भूमिकाओं का पालन करता है।
प्रश्न:- 17. बच्चे किस सामाजिक अभिकरण को छोड़कर अन्य सभी के द्वारा लिंग भूमिकाएं ग्रहण करते हैं।
- मीडिया
- समाजीकरण
- संस्कृति
- ट्यूशन
व्याख्या-4-बच्चे ट्यूशन को छोड़कर अन्य सभी द्वारा लिंग भूमिकाएं ग्रहण करते हैं। लिंग भूमिका सामाजिक अंतः क्रिया द्वारा निर्मित होती है। जिसमें मीडिया सामाजिकरण संस्कृति समुदाय परिवार आदि सामाजिक अभिकरण(Agent) सहायता प्रदान करते हैं।
प्रश्न:- 18. एकाधिक बुद्धि का सिद्धांत कहता है कि-
- बुद्धि तेजी से बढ़ाया जा सकता है।
- बुद्धि कई प्रकार हो सकता है।
- मंदबुद्धि वाले बालक होते हैं
- बुद्धि प्रभावी शिक्षक के द्वारा बढ़ाई जा सकती है।
व्याख्या-2- हावर्ड गार्डनर के सिद्धांत अनुसार बुद्धि का स्वरूप एकांकी ना होकर बहुप्रकारकीय होता है। हावर्ड गार्डनर ने सात प्रकार की बुद्धि को बताते हुए कहा है कि यह सातों प्रकार के बुद्धि एक दूसरे से स्वतंत्र होते हैं एवं प्रत्येक बुद्धि का क्रियाशील होने का ढंग भी अलग अलग होता है।
प्रश्न:-19. निम्नलिखित में कौन सा C.C.E- अर्थात सतत व्यापक मूल्यांकन से संबंधित नहीं है-
- भारत के शिक्षा के अधिकार अधिनियम द्वारा सतत व्यापक मूल्यांकन अनिवार्य किया गया है।
- यह शिक्षण अधिगम प्रक्रिया का अभिन्न अंग है।
- यह विभिन्न शिक्षा के प्रमुख क्षेत्रों में बच्चों की उपलब्धि पर संदर्भित है।
- सतत और व्यापक मूल्यांकन बच्चों को चिन्हित करने के लिए उपयोगी संसाधन नहीं माना जाता है।
व्याख्या-4- C.C.E-सतत व्यापक मूल्यांकन बच्चों को वर्गीकृत करने के लिए सहायक होता है।
प्रश्न:- 20. बच्चों में प्रतिभाशीलता…….के कारण हो सकती है।
- आनुवंशिकता और वातावरण के बीच अंतर क्रिया
- एक संसाधन समृद्धि वातावरण
- सफल माता पिता
- एक अनुशासित दिनचर्या
व्याख्या-1- बच्चों में प्रतिभाशाली अनुवांशिकता और वातावरण के बीच अंतर क्रिया के कारण हो सकती है।