Human disease caused by virus bacteria protozoa and fungi
दोस्तों इस पोस्ट के माध्यम से- Human disease caused by virus bacteria protozoa and fungi में मानव रोग के बारे में बताना चाहता हूं। मानव रोग को ट्रिक के माध्यम से समझाया हूं। जो आपके एग्जाम के लिए सबसे ज्यादा इंपोर्टेंट है, चाहे वह कोई भी एक एग्जाम हो।
साइंस विषय पर आधारित मानव रोग के बारे में पोस्ट है,यह हर एग्जाम के लिए महत्वपूर्ण है। आप मेरे वेबसाइट के माध्यम से Mppsc Upsc Mptet Uptet Bank Railway तथा अन्य competitive exam की तैयारी कर सकते हैं। 

मानव रोग के प्रकार-
दोस्तों मानव रोग को मुख्यतः दो भागों में बांट कर इसका अध्ययन किया जा सकता है
1. जन्मजात:- जन्मजात रोग व रोग होता है जो जन्म के समय से ही शरीर में होता है.
2. उपार्जित:- रोग वह रोग होता है जो जन्म के बाद किसी भी कारणवश हमारे शरीर में जन्म ले लेती है.
उपार्जित रोगों को दो भागों में बांट कर हम इस विषय पर चर्चा करेंगे
1. संक्रामक रोग:- ऐसे रोग जो वायु जल भोजन की तथा शरीरों के संपर्क के द्वारा एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को होता है संक्रामक रोग कहलाता है।
उदाहरण के लिए - हैजा, चेचक, छोटी, माता कुष्ठरोग, खसरा इत्यादि।
2. असंक्रामक रोग:- असंक्रामक रोग ऐसे लोग हैं जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को नहीं फलते हैं अर्थात संपर्क में रहने से इनका संचरण नहीं होता है तथा यह व्यक्ति के कुछ न कुछ शारीरिक विकार के कारण उत्पन्न हो जाता है।
उदाहरण के लिए:- हृदय रोग मधुमेह इत्यादि।
दोस्तों हम कुछ मानव रोग के बारे में टिक के माध्यम से इनका अध्ययन करेंगे क्योंकि इनके बारे में दोस्तों हर एग्जाम में कुछ न कुछ प्रश्न पूछे जाते हैं जो बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण होते हैं तथा इन प्रश्नों के आने की संभावना बहुत ही ज्यादा होती है इसलिए इन प्रश्नों को आप ध्यान से पढ़िए:-
ट्रिकी माध्यम से प्रोटोजोआ से होने वाले प्रमुख रोगों के बारे में पढ़ते हैं।
Trick:- पानी पे मक्का
पा - पायरिया
नी - नींद की बीमारी
पे - पेंचीश
म - मलेरिया
क्का - कालाज्वर
प्रोटोजोआ
(Protozoa)
- प्रोटोजोआ एक प्रकार का परजीवी है।
- इसकी व्याख्या सर्वप्रथम 1818 में जीवविज्ञानी जॉर्ज अगस्त गोल्डफस द्वारा वर्गीकृत करके वर्गों में पेश किया गया था।
- प्रोटोजोआ अत्यंत सूक्ष्म तथा एककोशिय जीव है जो हमेशा नम वातावरण में पाया जाता है, जैसा की नम मिट्टी, कीचड़ आदि में खुद से जीवित रहते हैं,लेकिन कभी-कभी यह परजीवी के रूप में किसी अन्य बड़े पेड़ पौधे या जानवर के अंदर भी पाए जाते हैं।
प्रोटोजोआ से होने वाले प्रमुख रोग
( Diseases caused by protozoa )
1. मलेरिया:- (Malaria)
- मेकुलाज ने 1827 में सर्वप्रथम मलेरिया शब्द का प्रयोग किया।
- बैकग्राउंड 1880 में मलेरिया के परजीवी प्लाज्मोडियम की खोज किया।
- रोनाल्ड रास ने 1887 में मलेरिया परजीवी द्वारा मलेरिया होने की पुष्टि किया।
- मलेरिया एक वाहक जनित संक्रमित रोग है।
- यह प्रोटोजोआ परजीवी के माध्यम से भी फैलता है।
- मलेरिया एक सबसे प्रचलित संक्रामक रोग है,जिससे सर्वाधिक जन स्वास्थ्य प्रभावित होता है,
- यह रोग एक प्रोटोजोआ परजीवी के माध्यम से फैलता है जिसका नाम है- ‘प्लाज्मोडियम’
- इस रूप का वाहक मादा एनाफिलीज मच्छर है।
- मलेरिया दलदली क्षेत्रों में मुख्यतः ज्यादा विकसित और सक्रिय होने के कारण इसे ‘दलदली बुखार’ के नाम से भी जाना जाता है तथा इस शब्द की उत्पत्ति इटालियन भाषा के शब्द ‘माला एरिया से हुई है’
- मलेरिया के द्वारा सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाला अंग प्लीहा होता है।
- मलेरिया होने पर इसका प्रमुख लक्षणों के साथ बुखार आना’
- इसके कारण शरीर में RBC की मात्रा कम हो जाती है।
2. निद्रा रोग:- सोने की बीमारी (Sleeping sickness)
- यह रोग ट्रेपेनोसोम नामक परजीवी से होता है।
- इस रोग का वाहक सी-सी मक्खी होता है।
- इस रोग के कारण प्रभावित अंग मस्तिक होता है।
- शारीरिक तथा मानसिक निष्क्रियता व बहुत नींद के साथ बुखार इस रोग का प्रमुख लक्षण होता है।
3. पायरिया (Pyorrhoea):-
- यह रोग एंटी अमीबा जिन्जीवेलिस प्रोटोजोआ से होता है।
- पायरिया दांतो का वह रोग है,जो मुख्यतः मसूड़ों को प्रभावित करता है ।
- इलाज न होने पर दांतो में दर्द दांतों का पीलापन तथा कुछ समय के बाद यह समस्या बाद में भी बनी रहती है तब दांतों का गिरना शुरू हो जाता है।
- इसके कारण मसूड़ों से रक्तस्राव होते रहता है जिसके कारण मुझसे मुंह से बदबू आने लगती है।
- इस रोग के व्यक्ति को मात्रा में विटामिन सी वाले पदार्थ लेनी चाहिए।
4. पेचिश (Dysentery):-
- पाचन तंत्र का एक रोग होता है, इसके कारण डायरिया की शिकायत होती है ।
- यह रोग एंटी अमीबा हिस्टोलिटिका नामक प्रोटोजोआ से होता है।
- यह मुख्यतः आंत को प्रभावित करत है, तथा गंभीर अवस्था में होने पर खून के साथ दस्त होने की संभावना होती है।
5. कालाजार (Kala azar) :-
- यह रोग एक कोशिकीय परजीवी लिशमैनिया डोनावानी नामक प्रोटोजोआ से होता है।
- इस रोग का वाहक बालू मक्खी है।
- लक्ष्मण तेज बुखार
- इसके कारण शरीर में खून की कमी तेजी से होने लगती है।
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कवक से होने वाले प्रमुख रोग
(Diseases caused by fungi)
Trick:- गंजा दमाद (दमा+दाद) खाए फ्रूट
गंजा - गंजापन
दमाद - दमा
दाद - दाद
खाये - खाज
फ्रूट - एथलीट फूट
1. गंजापन (Baldness):-
- यह रोग टेनिया कैपिटिस नामक कवक से होता है
- जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है कि इसके कारण सिर के बाल पूरी तरह से झड़ जाते हैं।
2. दमा (Asthma):-
- यह रोग एस्पर्जिलस फ्यूमिगटेस नामक कवक से होता है
- दमा के द्वारा प्रभावित अंग फेफड़ा होता है।
3. दाद (Ringworm):-
- यह रोग ट्राइकोफायटान नामक कवक से फैलता है, इसके कारण त्वचा पर लाल रंग के गोलाकार चकत्ते उभर आते हैं जिसमें बहुतायत खुजली होती है तथा कुछ मात्रा में नमी बनी रहती है।
4. खाज Itch:-
- यह रोग एकेरस स्केवीज नामक कवक से होता है।
- इस रोग के कारण त्वचा में खुजली और सफेद दाग पड़ जाते हैं।
5. एथलीटफूट (Athletes Foot):-
- यह रोग टिनिया पेडीस नामक कवक से होता है।
- इसके कारण पैरों में विकृति उत्पन्न हो जाती है।
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